कोरोना स्पेशल/ कहानी चार्जर दानवीर की

विश्व एक गंभीर महामारी के संकट से गुजर रहा है और सभी लोग अपने अपने घरों में कैद है।

भय और चिंता ने लोगो को जकड़ लिया है ऐसे में
आपके होंठों पर मुस्कुराहट लाने के लिए एक छोटी सी हांस्य प्रस्तुति।

न्यूज़ रिपोर्टर- कैमरा की कलम से।


कहानी 1 - कराया इंटरनेट का रिचार्ज। साथ ही डाटा बूस्टर के लिए 22 रुपये paytm करने का भी वादा किया पूरा।


मीम्बानि (meme बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी) ने अपने एक ग्राहक के एक महीने इंटरनेट उधार देने के निवेदन को पूर्णतया अस्वीकार किया और इस विकट परिस्थिति में आगे आये एक महोदय।

महोदय को ज्ञात हुआ कि व्यक्ति की तड़पन का कारण था इंटरनेट का खत्म हिना। पूछताछ के बाद पता लगा कि  व्यक्ति का नेट खत्म हो गया था और उसके paytm बैलेंस भी खत्म हो गया था। रही सही कसर पूरी कर दी lockdown ने।

व्यक्ति को wifi मांगते हुए श्रीमान का दिल पशीज गया और उन्होंने तुरंत व्यक्ति को paytm स्कैन खोलने को कहा।

व्यक्ति को रिचार्ज करते हुए उसे डाटा बूस्टर के लिए भी अतरिक्त 22 रुपये की सहायता प्रदान की।


 व्यक्ति ने सेवा का आभार गत रात डाउनलोड की गई मूवी xender से देकर देना चाहा और   सज्जन व्यक्ति ने अपने hangsung कंपनी के मोबाइल में xender खोल कर 2 मीटर की दूरी रखते हुए आग्रह को स्वीकार किया।



समझदार नागरिको से निवेदन है आप भी कम से कम 1 मीटर की दूरी रखते हुए सहायता और वस्तुओ का आदान प्रदान कर सकते है और online पेमेंट को priority दे ताकि सामान या पैसा लेते समय किसी प्रकार की गलती नही हो और सुरक्षित रहे।







कहानी 2 -चार्जर दानवीर की


चार्जर देते हुए निभाया दोस्ती और मानवता का धर्म

जैसा कि हमारे कैमरा जी ने बताया है कि

Lockdown के कारण पूरे विश्व के लोग अपने घरों में कैद है और उनके मनोरजंन का साधन ऐसे में रह गया है सिर्फ और सिर्फ मोबाइल और टीवी।

परन्तु सोचिये क्या हो अगर आपका टी वी का रिचार्ज पूरा हो जाये, या आपके मोबाइल का डेटा बैलंस खत्म हो जाये या चार्जर खराब हो जाये।

जी हां ऐसा ही घटित हुआ कुछ लोगो के साथ और ऐसे में भामाशाह बनकर  कुछ दान दाता अपनी मानवता का परिचय देते हुए आगे आये।

खबर मिली थी कि एक व्यक्ति का जब मोबाइल में चार्ज खत्म होने को आया और उसने चार्ज करना चाहा अपना मोबाइल तो उसे चार्ज होने का संकेत नही मिला।

व्यक्ति को तुरंत बिजली लुप्त होने का आभाष हुआ और उसने बटन चेक किया तो पाया कि बिजली आ रही थी।

तुरंत उसने एक्सटेंशन चेक किया और बार बार प्लग इन करने का प्रयास किया परन्तु विफल।

व्यक्ति के चेहरे पर डर और पसीना का संगम देखा गया और भय के कारन उसको ये भी नही पता लगा कि usb केबल या चार्जर बॉक्स खराब हुआ है या पूरा का पूरा चार्जर।

कुछ लोग सोच रहे होंगे कि उसने अपने घर मे से किसी का चार्जर क्यों नही लिया होगा तो बता दे कोरोना बनाने से पहले चीन ने redmi mobile के चार्जर भी अलग बनाने शुरू कर दिए।

ऐसे में व्यक्ति ने पास पड़ा चार्जर उठाया और छुपके से अपनी USB केबल निकालकर उस चार्जर से कनेक्ट किया और फोन चार्जर होता देखकर राहत की सांस ली।

अब व्यक्ति का लक्ष्य था जल्दी से जल्दी चसर्जर का वह भाग तलाशना जो काम नही कर रहा था।

उसने अपने एक मित्र को फोन किया जिसकी चार्जर की दुकान थी पर बंद के कारण उसने सहायता न करने पाने की विवशता दिखाई।

हताश व्यक्ति ने और मित्रो को फोन किया परन्तु हाथ लगी तो सिर्फ निराश।

ऐसे मे कर्ण दानवीर बनकर सामने आए वार्ड नो 18 के एक व्यक्ति।

उन्होंने मित्र को चार्जर ले जाने के न सिर्फ बुलाया बल्कि केबल भी ले जाने का निवेदन किया।
परन्तु भूखे को क्या चाहिए सिर्फ भोजन?
उसने कहा श्रीमान मेरे पास केबल पहले से है और सहायता के लिए आपका धन्यवाद। 

ऐसे में में तो यही कह सकता हु की जिया चौथ माता आ दोनुवा न दी
बिया ही ई कहानी न पढबा हारा न शेयर करबा हारा न और सुनाबा हारा न सब न देवो

आप की प्रतिक्रिया कमेंट करके अवश्या देवे और इस भाग की सफलता के बाद एक और भाग लिखने का प्रयास रहेगा।



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